| 1. | की शाम ', ‘फिर से' कहानियों में यह दृष्टव्य है ।
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| 2. | और यहाँ यह दृष्टव्य है कि मनुष्य एक ऐतिहासिक एवं विकासशील प्राणी है।
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| 3. | और यहाँ यह दृष्टव्य है कि मनुष्य एक ऐतिहासिक एवं विकासशील प्राणी है।
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| 4. | और यहाँ यह दृष्टव्य है कि मनुष्य एक ऐतिहासिक एवं विकासशील प्राणी है।
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| 5. | मगर यह दृष्टव्य है कि वे इकाई की सत्ता समाज से पहले स्वीकार करते हैं ।
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| 6. | यह दृष्टव्य है कि एन्टी आक्सीडैन्ट स्वयं अपना बलिदान कर हमारी कोशिकाओं की रक्षा करते हैं।
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| 7. | यह दृष्टव्य है कि एन्टी आक्सीडैन्ट स्वयं अपना बलिदान कर हमारी कोशिकाओं की रक्षा करते हैं।
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| 8. | यह दृष्टव्य है कि फ़ूट पड़ने के बीज हमारे भीतर पड़ते रहते हैं, किन्तु उन्हें हमेशा हटाते रहना है।
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| 9. | यह दृष्टव्य है कि उपनिषदों के इस त्यागमय भोग की अवधारणा में तथा वेदों के भोग की अवधारणा में विरोध है।
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| 10. | यह दृष्टव्य है कि विज्ञान ने इस ब्रह्माण्ड में पहली बार ‘कुछ ' तो अज्ञेय माना है क्योंकि अध्यात्म में ब्रह्म तो अज्ञेय ही है।
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